Aam Jankari

H1B VISA क्या होता है? | H1B Visa के लिए कैसे अप्लाई करें | H1B Visa की Fee में बदलाव को कैसे देख रही दुनिया?

क्या आप अमेरिका में नौकरी या करियर बनाना चाहते हैं? लेकिन “H1B VISA क्या है?” या “H1B वीजा के लिए कैसे आवेदन करें?” ये सवाल आपको परेशान करते हैं? इस ब्लॉग में मिलेगा आसान भाषा में हर पहलू, साथ ही जानेंगे अमेरिका में काम करने के अन्य VISA की लिस्ट भी। सबसे हाल में H1B वीजा फीस में जिस बदलाव ने पूरी दुनिया को हिला दिया है, उस पर भी चर्चा होगी।

H1B VISA क्या है? (H1B VISA Meaning in Hindi)

H1B वीजा एक “गैर-आप्रवासी वीजा” है जो अमेरिका की कंपनियों को उच्च शिक्षा या विशेषतापूर्ण ज्ञान वाले विदेशी पेशेवरों को अस्थायी रूप से नौकरी पर रखने की अनुमति देता है। यह मुख्यतः IT, इंजीनियरिंग, विज्ञान, मेडिसिन, फाइनेंस जैसी इंडस्ट्री के लिए सबसे ज्यादा प्रचलित है।
आसान भाषा में कहा जाए तो अगर आपके पास बैचलर डिग्री है और किसी अमेरिकी कंपनी को आपके स्किल्स की जरूरत है, तो H1B वीजा से वे आपको स्पॉन्सर कर सकते हैं। 

H1B वीजा 3 साल के लिए मिलता है, जिसे 6 साल तक बढ़ाया जा सकता है। इसके बाद या तो अमेरिका छोड़ना पड़ता है, या फिर ग्रीन कार्ड के लिए अप्लाई करना होता है। 

H1B VISA के लिए अप्लाई कैसे करें? (H1B Visa Application Process Step By Step)

  1. स्पॉन्सर कंपनी ढूंढें: सबसे जरूरी है कि वह अमेरिकी कंपनी हो जो आपको नौकरी का ऑफर दे और H1B वीजा के लिए स्पॉन्सर करे। 
  2. Labor Condition Application (LCA): कंपनी US Department of Labor में लेबर कंडीशन एप्लीकेशन जमा करती है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आपको उचित सैलरी और वर्किंग कंडीशन मिले।
  3. फॉर्म I-129 फाइल करना: कंपनी आपकी ओर से ‘पिटीशन फॉर नॉनइमिग्रेंट वर्कर’ यानी फॉर्म I-129 फाइल करती है, जिसमें नौकरी की डिटेल, सैलरी, आपकी योग्यता व जरूरी डॉक्यूमेंट्स लगाना पड़ता है।
  4. USCIS से अप्रूवल: United States Citizenship and Immigration Services (USCIS) से अप्रूवल मिलने पर आपका H1B वीजा प्रोसेस आगे बढ़ता है।
  5. इंटरव्यू: अप्रूवल के बाद आपको अपने देश के अमेरिकी दूतावास में विज़ा इंटरव्यू देना होता है।
  6. वीजा मिलने के बाद: सफल इंटरव्यू के बाद आपको H1B VISA मिल जाता है, जिसके बाद वे अमेरिका में वैध तौर पर काम कर सकते हैं। 

H1B VISA के लिए योग्यता (Eligibility)

  • मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से बैचलर डिग्री या इसके समकक्ष योग्यता
  • आपकी जॉब “स्पेशलिटी ऑक्यूपेशन” कैटेगरी में आती हो
  • कंपनी की ओर से ऑफर लेटर व जॉब डिटेल्स

हच-1बी वीजा की Fee में बदलाव: दुनिया का नजरिया

2025 में अमेरिका ने नया नियम लागू किया—अब नए H1B VISA आवेदन पर $100,000 (करीब ₹88 लाख) वन-टाइम फीस लगेगी, खासतौर पर IT सेक्टर के लिए यह बड़ा झटका है।
यह वन टाइम फीस है, मौजूदा वीजा धारकों या रिन्यूअल पर लागू नहीं है। इस नियम के बाद दुनिया भर के IT प्रोफेशनल्स, स्पॉन्सर कंपनियों और भारतीयों में खलबली मच गई। 

  • भारत में असर: लगभग 70% H1B वीजा धारक भारतीय हैं, ऐसे में नए नियम का सबसे ज्यादा प्रभाव भारतीयों पर पड़ेगा।
  • स्पॉन्सर कंपनियां प्रभावित: Infosys, TCS, Google, Amazon जैसी कंपनियों के लिए टैलेंट लाना महंगा हुआ है।
  • मेडिकल सेक्टर में छूट: डॉक्टरों के लिए फीस में छूट मिलने की उम्मीद है, ताकि हेल्थ सेक्टर प्रभावित न हो। 

दुनिया क्या कह रही है?

  • कई देशों और कंपनियों में H1B वीजा की फीस बढ़ने से नौकरी के मौकों और कर्मचारी लागत पर चिंता बढ़ी है।
  • भारत और अमेरिका की सरकारें दोनों इस नए नियम की रीव्यू की प्रक्रिया में लगी हैं।
  • मौजूदा H1B धारकों को राहत दी गई है क्योंकि नया चार्ज सिर्फ नए आवेदन, यानी नये कर्मचारियों पर लागू है। 
अमेरिका में काम करने के प्रमुख VISA प्रकार (US Work Visa List in Hindi)
वीजा का नाम उद्देश्य प्रमुख पात्रता
H-1B VISA स्पेशलिज्ड जॉब्स (IT, इंजीनियरिंग, मेडिकल) स्नातक या विशेषज्ञता
H-1B1 VISA चिली/सिंगापुर नागरिकों के लिए विशेष क्षेत्र में
H-2A VISA खेती-किसानी कार्य अस्थायी कृषि कामगार
H-2B VISA नॉन-अग्रिकल्चर काम अस्थायी अन्य कामगार
H-3 VISA ट्रेनिंग मैनेजमेंट/स्पेशल ट्रेनिंग
L VISA ट्रांस्फर वर्कर्स कंपनी ट्रांस्फर योग्य
O VISA असाधारण प्रतिभा वाले व्यक्तियों के लिए विज्ञान/कला/खेल
R VISA धार्मिक कार्य मिशनरी/धार्मिक वर्कर्स
F VISA स्टूडेंट्स पढ़ाई के लिए
B-1/B-2 VISA बिज़नेस/टूरिस्ट व्यापार/पर्यटन

H-1B के नए $100,000 नियम का प्रभाव किस पर पड़ेगा

H-1B वीजा के नए $100,000 नियम का सबसे ज्यादा असर नए आवेदकों, अमेरिकी टेक कंपनियों और भारतीय प्रोफेशनल्स पर पड़ेगा। मौजूदा H-1B वीजा धारकों या जिनका वीजा रिन्यू हो रहा है, उन पर यह शुल्क लागू नहीं होगा।

किस पर पड़ेगा प्रभाव?

नए H-1B वीजा आवेदक: $100,000 फीस सिर्फ नए आवेदनों पर लागू होगी, जिनमें अमेरिका से बाहर के कैंडिडेट्स या नई जॉब नियुक्ति शामिल है.
स्पॉन्सर करने वाली कंपनियां: यह राशि कंपनी को चुकानी होगी, जिससे छोटी कंपनियां और स्टार्टअप्स के लिए विदेशी टैलेंट हायर करना मुश्किल और महंगा हो जाएगा.

भारतीय प्रोफेशनल्स: H-1B वीजा धारकों में 70% से ज्यादा भारतीय हैं, इसलिए भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स और कंपनियों को सबसे ज्यादा नुकसान होगा.
टेक इंडस्ट्री: बड़े प्लेटफॉर्म जैसे Amazon, Google, Microsoft, Infosys, TCS आदि की मुनाफा और हायरिंग नीति पर सीधा असर पड़ेगा.
छूट क्षेत्र: मेडिकल जैसे कुछ राष्ट्रहित क्षेत्रों को इस शुल्क में छूट मिल सकती है, लेकिन अधिकांश IT/टेक जॉब्स को प्रभावित करेगी.

दुनिया की प्रतिक्रिया

कंपनियों में टैलेंट की कमी और लागत बढ़ने की चिंता बढ़ी है।
इंडियन IT सेक्टर को अमेरिका में जॉब्स का अवसर कम होगा।
अमेरिका में स्टार्टअप्स, हाई-स्किल्ड वर्कर्स और उनकी फैमिली पर नकारात्मक आर्थिक और मानवीय असर पड़ सकता है.
यह नियम भारत, चीन, और अन्य देशों के टेक प्रोफेशनल्स के लिए अमेरिका में जॉब अपनाने को कठिन बना देगा, जिससे कंपनियां वैकल्पिक देशों की ओर रुख कर सकती हैं।

निष्कर्ष:

अमेरिका में करियर बनाने के लिए H1B वीजा सबसे पॉपुलर और चर्चित वर्क VISA है। हालिया बदलाव ने वीजा एप्लीकेशन फीस को बेहद बढ़ा दिया है, जिससे इच्छुक पेशेवरों और कंपनियों की चिंता बड़ गई है। यदि आप अमेरिका में काम करना चाहते हैं तो सबसे पहले कंपनी की जरूरत और स्किल्स की पहचान करें, ऑफर लेटर प्राप्त करें, वीजा आवेदन प्रक्रिया पूरी करें और अपडेट्स नियमित पढ़ते रहें।

अगर हौसला और सही जानकारी हो—तो अमेरिकी सपनों की राह कठिन जरूर है, नामुमकिन नहीं!

H1B visa के सम्पूर्ण पहलुओं पर सवाल पूछने के लिए कमेंट करें या हमारे ब्लॉग www.Jankari4u.in पर विजिट करें।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *