Govardhan Pooja 2022 : गोवर्धन पूजा क्यों मनाते हैं?, जानिए पूरी कहानी

हमें दूरदर्शन DOORDARSHAN और रामानंद सागर के द्वारा निर्देशित टेलीविजन धारावाहिक (Show) SHRI KRISHNA का बहुत शुक्रगुजार होना चाहिए जिसने हमें अपनी संस्कृति से जोड़े रखा, जिससे आज के बहुत से युवा वंचित हैं। दूरदर्शन के कारण ही आज मैं इस आर्टिकल के विषय “गोवर्धन पूजा क्यों मनाते हैं?” शीर्षक की जानकारी आपतक पहुँचाने में खुद को सक्षम समझता हूँ। हम यह भी जानेगें की 2022 me Govardhan Pooja कब है और Govardhan पूजा का मुहूर्त क्या है।

Source: Google

गोवर्धन पूजा कब मनाते हैं ?

गोवर्धन पूजा Govardhan Puja या अन्नकूट (अन्नकूट यानी कि अन्न का समूह) पर्व दिवाली के अगले दिन मनाया जाता है। गोवर्धन पूजा में गोधन यानी गायों की पूजा की जाती है।गाय को देवी लक्ष्मी का स्वरूप भी कहा गया है। अन्नकूट या गोवर्धन पूजा भगवान कृष्ण के अवतार के बाद द्वापर युग से प्रारम्भ हुई। कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रतिपदा के दिन गोवर्धन की पूजा की जाती है|

कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को यह  उत्सव मनाया जाता है। इस दिन लोग घर के आंगन में गोबर से गोवर्धन पर्वत का चित्र बनाकर गोवर्धन भगवान की पूजा करते हैं। इस दिन गायों की सेवा का विशेष महत्व है। 

Source : Google

यह दिन कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष (उज्ज्वल पखवाड़े) के पहले चंद्र दिन पर मनाया जाता है। इस दिन का हिन्दू धर्म में बहुत महत्व है क्योंकि इसी दिन कृष्ण भगवान ने गोवर्धन पहाड़ी उठाकर इंद्र देव को हराया था।

2022 में गोवर्धन पूजा कब है ? | गोवर्धन पूजा 2022 की तारीख व मुहूर्त

दिवाली के दूसरे दिन यानि 2022 में गोवर्धन पूजा 25 अक्टूबर को मनाई जाएगी।

गोवर्धन पूजा 2022 date और मुहूर्त 

2022 में Govardhan Pooja kab hai प्रातःकाल  06:28:32 से 08:43:06 तक
2022 में Govardhan Pooja अवधि  2 घंटे 14 मिनट
2022 में Govardhan Pooja मुहूर्त 15:15 से 17:43 तक
2022 में Govardhan Pooja अवधि  सायंकाल       2 घंटे 11 मिनट

गोवर्धन पूजा क्यों मनाते हैं? गोवर्धन पूजा से जुड़ी कथा 

गोवर्धन पूजा संबंध भगवान कृष्ण से है और इसकी शुरुआत भी द्वापर युग में ही हो गई थी।इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्र की पूजा की बजाय गोवर्धन की पूजा शुरू करवाई थी। लेकिन इससे पहले ब्रजवासी इंद्र की पूजा करते थे।भगवान कृष्ण का तर्क था कि, देवराज इंद्र गोकुलवासियों के पालनहाल नहीं हैं। बल्कि उनके पालनहार तो गोवर्धन पर्वत हैं। क्योंकि यहीं ग्वालों के गायों को चारा मिलता है, जिनसे लोग दूध प्राप्त करते थे।
भगवान कृष्ण ने कहा कि, गोवर्धन पर्वत तो हमारे सामने है हमें इतना कुछ देते हैं लेकिन इंद्र को तो हमने देखा भी नहीं और अगर हम उनकी पूजा न करे तो वह नाराज हो जाते है। उनकी बात मान कर सभी ब्रजवासी इंद्र की जगह गोवर्धन पर्वत की पूजा करने लगे।

देवराज इन्द्र ने इसे अपना अपमान समझा और प्रलय के समान मूसलाधार वर्षा शुरू कर दी।भारी बारिस का प्रकोप लगातार 7 दिन तक चलता रहा और भगवान कृष्ण ब्रजवासियों को उसी गोवर्धन पर्वत के नीचे छाता बनाकर बचाते रहे।

गोवर्धन पूजा क्यों मनाते हैं ?
Source : Google

तब भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठा कर ब्रजवासियों की भारी बारिश से रक्षा की थी और गोवर्धन पहाड़ी उठाकर इंद्र देव को हराया था।


यह भी पढ़ें :

होली का त्यौहार कब और क्यों मनाते हैं?

छठ पूजा क्या है ?

भाई दूज क्यों मनाते हैं?


इसके बाद इंद्र को मालूम हुआ कि, श्रीकृष्ण वास्तव में विष्णु के अवतार हैं। फिर बाद में इंद्र देवता को भी भगवान कृष्ण से क्षमा याचना करनी पड़ी। इन्द्रदेव की याचना पर भगवान कृष्ण गोवर्धन पर्वत को नीचे रखा और सभी ब्रजवासियों से कहा कि अब वे हर साल गोवर्धन की पूजा कर अन्नकूट पर्व मनाए। तब से ही यह पर्व गोवर्धन के रूप में मनाया जाता है।

अन्नकूट पर्व पर श्रद्धालु तरह-तरह के पकवानों , मिठाइयों  से भगवान कृष्‍ण को भोग लगाते हैं। 

गोवर्धन पूजा का महत्व :
  • ऐसा माना जाता है कि ये उत्सव खुशी का उत्सव है और इस दिन जो दुखी रहेगा तो वो वर्ष भर दुखी ही रहेगा।
  • इस दिन खुश रहने वाला व्यक्ति वर्ष भर खुश रहेगा। इसलिए गोवर्धन पूजा पूजा को करना बहुत ही जरूरी है।
  • शास्त्रों के मुताबिक अगर गोवर्धन पूजा के दिन गाय की पूजा की जाए तो व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं।

निष्कर्ष :

गोवर्धन पूजा क्यों मनाते हैं? , 2022 me Govardhan pooja kab hai , Govardhan Pooja 2022 Muhurt  ब्लॉग पोस्ट पसंद आया य कुछ नया सीखने को मिला हो तो कृपया इसे अपने facebook और नीचे दिए दूसरे सोशल प्लेटफार्म के जरिये दूसरों को इस पर्व की जानकारी जरूर शेयर करें।
यदि आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार की जरूरत है तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
आपके कमेंट प्रेरणा स्रोत हैं।

आपके Comment  प्रेरणास्रोत हैं।
धन्यवाद!

11 thoughts on “Govardhan Pooja 2022 : गोवर्धन पूजा क्यों मनाते हैं?, जानिए पूरी कहानी

  • November 15, 2020 at 9:56 am
    Permalink

    Aaj ki Genration k Liye Mahtavpurn jankari by jankari for u…👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻

    Reply
  • November 15, 2020 at 10:28 am
    Permalink

    Yess vital for this generation precisely…
    Krishna ki sharan mai akar bhakt naya jeevan pate hai islea govardhan ki pooja ka din hum sacche man se mante hai…. Happy govardhan pooja..!!!!

    Reply
  • November 15, 2020 at 10:28 am
    Permalink

    Good going bro 👍

    Reply
  • November 15, 2020 at 12:14 pm
    Permalink

    Goverdhan puja…. Ke kuch facts to jankari 4u s mili….. Aj ke kalyug me bhagwaan krishan ji ko mana jata hai ki wo is kalyug me hai…. Ar mathura m ye puja specially hoti hai…….. Happy Goverdhan puja🙏 to all

    Reply
  • November 15, 2020 at 7:31 pm
    Permalink

    Happy gorvardhan 🙏

    Reply
  • November 17, 2020 at 11:57 am
    Permalink

    इस अदभुत जानकारी के लिए धन्यवाद इतना गहनता से तो मुझे भी पता नही था।ऐसे ही हरहफ्ते नया पन लेकर आते रहिये आपका स्वागत रहेगा ।

    Reply
    • November 17, 2020 at 12:47 pm
      Permalink

      शुक्रिया भाई।
      संस्कृति से जुड़े रहना जरूरी है

      Reply
  • November 21, 2020 at 5:04 pm
    Permalink

    ऐसी गहनता से किसी पर्व के बारे मे बताने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद. इसी बहाने हमे अपनी संस्कृति के बारे में और गहरायी से जानकारी होगी.

    Reply

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *