हिन्दी में पहला ब्लॉग !!!

आप सभी का बहुत-बहुत शुक्रिया मेरे हिंदी भाषा में लिखे पहले ब्लॉग पोस्ट पर समय देने के लिए। पहला ब्लॉग मैंने युहीं बिना किसी दिशा आज से तकरीबन 4 साल पहले लिखा था ,केह  लीजिए ब्लॉग लिखने की शुरुवात की थी ,ध्यान दीजिए सिर्फ़ शुरूवात की थी आगे जारी नही रख सका था।

काफ़ी कुछ सोच के दोबारा नए सिरे से हिन्दी भाषा में पहला ब्लॉग लिखना शुरू कर रहा हूँ,जिसे मैं अँग्रेज़ी भाषा के बजाए हिंदी भाषा मे लिखना ज्यादा बेहतर और प्रभावी समझता हूँ|

हमारी राष्ट्र भाषा हिन्दी है लेकिन आज के समय में अँग्रेज़ी भाषा का प्रयोग करना आपकी शैक्षणिक योग्यता को दार्शाता है,लोग भाषा को एक मापदंड की तरह उपयोग मे लाते जारहे हैं| 
किसी भी भाषा को,विचार प्रकट करने का संचार साधन मानना उचित है लेकिन योग्यता का मापदंड बनाना अनुचित|
 
मैने अपनी सम्पूर्ण शिक्षा अँग्रेज़ी माध्यम में पूर्ण की है और अँग्रेज़ी लिखने मे ही खुद को सहज महसूस करता हूँ,किंतु अपने विचारों को दूसरों तक पहुचाने क लिए आज भी हिन्दी ही सबसे कुशल  भाषा है,यह मेरे अपने विचार हैं,आपके अपने होसकते हैं|
 
यह मेरा हिंदी भाषा में पहला ब्लॉग है। हिन्दी में ब्लॉग्गिंग blogging शुरू करने का मूलतया 2 कारण है जिससे मै खुद बहुत प्रभावित हूँ|
 हिन्दी में अपनापन होना
– हिन्दी भाषा के नीचे दिए कुछ आँकड़े, जो आपको भी प्रभावित कर सकते हैं|
 
जैसा कि गूगल-KPMG रिसर्च, सेंसस इंडिया और आइर्स की चल रही समीक्षा रिपोर्ट से संकेत मिलता है, इंटरनेट क्लाइंट 2021 में हिंदी में अंग्रेजी में वेब क्लाइंट से अधिक होगा। उम्मीद है कि 20.1 मिलियन व्यक्ति हिंदी का उपयोग करना शुरू कर देंगे। गूगल के अनुसार, हिंदी में कंटेंट पेरुसर हर साल 94% विकसित हो रहे हैं, जबकि अंग्रेजी 17% है। अपनी घोषणा में, अमेज़न इंडिया ने देर से हिंदी में अपना आवेदन भेजा। वलक्श, क़ुयकेर जैसे मंच अब हिंदी में उपलब्ध हैं। स्नैपडील वैसे ही हिंदी के तहत चला गया है। 2021 तक, 8.1 मिलियन व्यक्ति उन्नत किस्तों के लिए हिंदी का उपयोग करना शुरू कर देंगे। जबकि 2016 में यह संख्या 2.2 मिलियन थी।

अंग्रेजी का गुरूर तोड़ती आगे निकल जाएगी हिंदी !

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 2016 में 2.0 मिलियन लोगों ने सरकारी काम के लिए 2016 तक हिंदी का उपयोग किया, जो 2021 में 9.4 करोड़ होगा। 2016 में कम्प्यूटरीकृत माध्यम में न्यूज़्रेडर्स हिंदी की मात्रा 5.5 मिलियन थी। 2021 में 14.4 करोड़ रुपये की वृद्धि का आकलन किया गया है। देर से ही सही, राजभाषा विभाग के सचिव ने कहा है कि पादरी और विभागाध्यक्षों से प्राप्त 10 से 20 प्रतिशत पत्र हिंदी में हैं। अधिकांश पादरी, फिर भी, गारंटी देते हैं कि वे हिंदी में 50 से 60 प्रतिशत पत्राचार करते हैं। 2001 में, राष्ट्र में हिंदी बोलने वालों की मात्रा 43.63 प्रतिशत या 42 करोड़ के आसपास थी, जो 2011 में 52 करोड़ थी।
 
 तीसरा कारण आपको नीचे लिखे अँग्रेज़ी के कथन से स्पष्ट होजाएगा
               “Always try to serve the masses,not the classes”
          ” हमेशा जनता की सेवा करने की कोशिश करें, न कि वर्गों की”
 
निष्कर्ष :
मुझे पूरी उम्मीद है कि मैं अपने हिन्दी भाषा में लिखित पहले ब्लॉग के माध्यम से अपने विचारों को आपके समक्ष रखने में सफल रहा हूँ,हिन्दी भाषी होने पे मुझे गर्व है|
कृपया भाषा को किसी की योग्यता का मापदंड ना बनाए|
 यदि आपके भी मन में “ब्लॉग कैसे बनाए”, “हिंदी में ब्लॉग कैसे लिखे” ,”ब्लॉग कैसे लिखें” जैसे सवाल आते हैं तो कृपया मुझसे संपर्क करें।
धन्यवाद!

आपकी टिप्पणी अत्यंत प्रशंसनीय है और निरंतर लिखने को प्रोत्साहित करती रहेगी | 

 

16 thoughts on “हिन्दी में पहला ब्लॉग !!!

  • October 6, 2020 at 7:38 am
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    शब्द ही जीवन को
    अर्थ दे जाते है,
    और,
    शब्द ही जीवन में
    अनर्थ कर जाते है.
    और जो भाव शब्दों मे
    होते है ये WORDS उन्हे बयां
    नहीं कर सकते!
    आगाज़ अच्छा है, लगे रहो ठाकुर

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  • October 6, 2020 at 8:01 am
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    बहुत ही सुंदर लेख लिखा है आपने,पर काफी वक्त लगा दिए,देर से ही आये पर दुरुस्त आये।ऐसे ही निरंतर बढ़ते रहिये।

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  • October 6, 2020 at 8:09 am
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    बेहतरीन भाई जी. ऐसे ही लिखते रहिएगा.

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  • October 6, 2020 at 12:05 pm
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    बहुत ही उम्दा प्रारंभ किया है उमीद है आगे कुछ और अच्छे विचारों से हमरा मार्गदर्शन करते रहेंगे।

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  • October 6, 2020 at 12:10 pm
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    बहुत बढ़िया अगला भाग पत्रकारिता पे एक बढ़िया रिसर्च कर के !!

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  • October 7, 2020 at 2:32 am
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    जानकारी अच्छी लगी।। सही लिखा है और उदाहरण के साथ बताया है। विचार अच्छे हैं।।

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  • October 7, 2020 at 5:06 am
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    बहुत ही सुन्दर विचार है भाई । काश तुम्हारी तरह सभी भारतीय सोचने लगे तो हमारी मातृ भाषा सही मायनो में भारत में अपनी जगह पा सकेगी। लेकिन आज के युग में टैलेंट को कम और इंग्लिश बोलने वालो को ज्यादा महत्व दिया जाता है। हिंदी में जो अपनापन और सभ्यता है वो और किसी भाषा में नहीं। Well done 🤗👏

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  • October 8, 2020 at 3:28 am
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    बहुत सुन्दर बेटा तुम अपने जीवन में बहुत आगे बढ़ो।यही मेरी कामना हैं।

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  • October 11, 2020 at 1:41 pm
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    Bhasha ka gyan aur shabdo ka sahi chayan hai….Bahut hi achi koshish ….bhaivshya ke liye dher sari subhkamna

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